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बुधवार, 25 जनवरी 2012

बाबा गनिनाथ पूजनोत्सव

 पूजनोत्सव:-
   अखिल भारतीय मध्यदेसिया वैश्य सभा राज्य शाखा पच्छिम बंगाल के तत्त्वघान में श्री श्री १०८ बाबा गनिनाथ जी का ३२वा पूजनोत्सव एवं बार्षिक उत्सव शनिवार १० सितम्बर को यूवा भारती क्रीडागन में (साल्ट लेक स्टेडियम,कोल्कता ) में हर्षौल्लाश के  साथ संपन्न हुआ. माननीय श्री जग्गंनाथ जी ने स्वगाताध्यक्ष का कार्य भार प्रसंता पुर्वक सम्हाला.


इस शुभअवसर पर पच्छिम बंगाल के अलावे अन्य प्रान्तों से भी अनेकाएक माननीय महापुरुषों का आगमन हुआ. श्री गोपाल प्रसाद गुप्ता(बानारसी), प्रो. रामआधार गुप्ता(पूर्वा रास्ट्रीय अध्यक्ष,पच्छिम बंगाल),श्री राजेंद्र प्रसाद गुप्ता(रास्ट्रीय अध्यक्ष), श्री ऋषि प्रसाद गुप्ता(रास्ट्रीय प्रभारी पच्छिम बंगाल) कैप्टेन श्री  एस एन गुप्ता (साल्टलेक),श्री पारस नाथ गुप्ता(मऊ),श्री उमेश कुमार गुप्ता(मऊ),श्री शीतल प्रसाद गुप्ता(बज-बज),श्री रामनारायण गुप्ता 'परम वैश्य'(पिकनिक गार्डेन),श्री गोपाल प्रसाद गुप्ता(जमशेद पुर),श्री रमाशंकर प्रसाद गुप्ता(सिक्किम) के नाम उल्लेखनीय है.
कार्यकर्म की अधक्ष्यता माननीय श्री काली प्रसाद साव ने किया. माननीय श्री रतन लाल साव,श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता,श्री विजय कुमार गुप्ता,श्री प्रेम कुमार साह ने सभी कार्यकर्मो को सुंदर ढंग से संयोजन किया. प्रधान अतिथि के रूप में पच्छिम बंगाल के क्रीडामंत्री  माननीय मदन मित्रा ने वैश्य सभा को संम्बोधित करते हुए उनके सामाजिक एवं शैक्षिक कार्यो के लिए उत्साहित किया एवं चार विकलांगो को तिन पहिया गाडी प्रदान किया जो समिति के दान दातावो ने दिया था. कोल्कता नगर निगम के बोरो सात की चेयर पर्सन श्रीमति सुस्मिता भट्टाचार्य ने भी सभा का उत्साहवर्दन किया !
श्री रतन लाल साव एवं श्री सुभाष चन्द्र गुप्ता को "समाज रत्न" एवं पूर्व प्रांतीय मंत्री श्री रामेश्वर गुप्ता(बारीकपुर) को "परम वैश्य" से सम्मानित किया गया.इस शुभ अवसर पर स्मारिका २०११ का लोकार्पण किया गया, जिसके प्रधान सम्पादक है नंदलाल साव(टीटागढ़).
श्री जगन्नाथ गुप्ता जी के तरफ से सभी स्वजातीय की भोजन व्यवस्था की गयी. अन्न्यान शाखाओ ने उत्साह पूर्वक चाय, काफी, इमारती, पूजन सामाग्री का वितरण किया गया. इस अवसर पर १८ मेधावी छात्रों को छात्रवृति एवं पाठ्य पुस्तके वितरित की गई. माननीय जग्गंनाथ जी ने कहा कि प्रति वर्ष मेधावी छात्रों को उत्साहित करने के लिए वे इसका खर्च वहन करेंगे. श्री रतन लाल जी ने शिक्षा विकाश के लिए एक आयला पीड़ित छात्रा को आर्थिक सहयोग दिया एवं श्री काली प्रसाद साव ने तिन कन्न्याओ के लिए 'कन्या रत्न' पुरस्कार कि घोषणा कि है. जो बीस वर्ष पच्चात २७ हजार रूपए कि राशी हो जायेगी. 
 सभी शाखाओं  के आये हुए स्वेच्छा सेवको ने अपने सतत प्रयास से इस कार्यकर्म को सफल बनाया. वे वास्तव में प्रसंसा के पात्र है. महामंत्री श्री अजय कुमार साह ने "कानू हलवाई" जाति को राज्य की पिछड़ी जाति की सूची में शामिल करने हेतु एकजुट होकर आन्दोलान करने का आहवान किया. समारोह के अंत में कमरहट्टी क्षेत्रीय शाखा की ओर से लघु नाटक "हमभी अन्ना" का मंचन हुआ जिसके निर्देशक थे प्रवीन कुमार साव एवं सुनील कुमार साव. सभी दर्शको द्वारा इसकी सरहाना की गयी.मंच संचालन किया-वर्तमान महामंत्री श्री अजय कुमार साह एवं भूतपूर्व महामंत्री श्री विजय  कुमार गुप्ता ने. सभाध्यक्ष श्री काली प्रसाद साव ने पूर्ण रूपेण सफल इस आयोजन के लिए सभी को धन्यबाद दिया एवं सभा समाप्ति कि घोषणा की.       

मंगलवार, 24 जनवरी 2012

स्वजातीय समाज से अपील

स्वजातीय समाज से अपील 
मनुष्य इस जगत का सबसे अहम् एवं बुद्धिमान प्राणी है. बोलने की क्षमता एवं अनुसन्धान करने की क्षमता सिर्फ मनुष्य को ही प्राप्त है. इस अदभुत शक्ति को मनुष्य यदि परोपकार में खर्च करे तो यह अति  उत्तम होगा आप देखेंगे की दुसरो के द्वारा किया हुआ परोपकार आपके भी काम आ जाएगा. मानवीय व्यवहार और मानवीय कर्तब्य का यही तो सबसे बड़ा लाभ है. इसके लिए क्रोध और लालच पर नियंत्रण      
रखना होगा. हठ और हवस को जड़ से मिटाना होगा. कमजोर और अबलाओ को सामाजिक एवं पारिवारिक सुरक्षा देनी होगी. परिवार के अंदर बुजुर्ग सदस्यों,बच्चो एवं महिलाओ को यथोचित सम्मान एवं सुरक्षा दोनो ही देना होगा.एकतरफ जहा बड़े परिवार टूट  कर छोटे-छोटे परिवार में तब्दील हो रहे है वही परिवार के सदस्यों में सामाजिक असुरक्षा का एहसास एवं भविष्य के प्रति आशंका ब्याप्त हो रही है. ऐसे में संगठन एवं इसके सदस्यों का भी दायत्व बढ जाता है कि अधिक से अधिक स्वजातियो को अपने संगठन से जोड़े एवं उनका आत्मबिश्वास बढ़ाये. हमे अपने आने वाले पीढ़ी के लिए रिश्ता भी इसी समाज से ढूढ़ना है तो क्यों नहीं सभी मिलकर इस बगीचे को हरा-भरा बनाये. जहा सिर्फ प्यार ही प्यार हो, सम्मान हो, सरलता हो और चारो तरफ सुनहरे फूलो जैसे खुशिया ही खुशिया लहराय. मुझे पूरा विश्वास है सिर्फ इसी रास्ते से हो कर हम एक स्वस्थ, सम्बल और मजबूत समाज बना पायेंगे. हमारे बच्चे जब एक स्वस्थ, संपूर्ण एवं सम्मानित परिवार बनाकर आगे बढ़ेंगे तो अवश्य ही हमारी आखे सुकून से कहेगी, जय गणीनाथ, जय हो गणिनाथ.
                                                                                                                                     अजय कुमार साह